मेडिकल स्टोर से बचे रहे थे आर्थोराईटिस की नकली दवा,तीन गिरफ्तार
सीएम फ्लाइंग समेत तीनों टीमों के अधिकारियों ने बताया कि पिछले काफी दिन से मोहम्मदिया फार्मेसी पर नकली दवाईयां बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी। बुधवार को छापेमारी के दौरान फार्मेसी पर संचालक युसुफ निवासी नूंह मिला। वहीं चेकिंग के दौरान सिप्ला कंपनी की टोफाजेक 5एमजी गोली की 50 डिब्बियां बरामद हुई, जिसमें एक डिब्बी में 60 गोलिया होती हैं।
Gurugram News Network –बुधवार को सीएम फ्लाइंग,अपराध शाखा और ड्रग्स विभाग की टीम ने संयुक्त टीम ने सेक्टर-39 स्थित मोहम्मदिया फार्मेसी पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान फार्मेसी से भारी मात्रा में नकली दवाईयां बरामद हुई। यही नहीं फार्मेसी संचालक के बताने पर दवाई सप्लायर के घर छापेमारी की तो वहां से भी भारी मात्रा में नकली दवाईयां बरामद की गई।
पुलिस ने फार्मेसी संचालक, सप्लायर व हेल्पर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया,जहां से हेल्पर को जेल भेज दिया, जबकि दोनों आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। आरोपियों से नकली दवाइयां कहां बनाई जा रही हैं और कहां-कहां सप्लाई की जा रही हैं, के बारे में पूछताछ की जाएगी।
सीएम फ्लाइंग समेत तीनों टीमों के अधिकारियों ने बताया कि पिछले काफी दिन से मोहम्मदिया फार्मेसी पर नकली दवाईयां बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी। बुधवार को छापेमारी के दौरान फार्मेसी पर संचालक युसुफ निवासी नूंह मिला। वहीं चेकिंग के दौरान सिप्ला कंपनी की टोफाजेक 5एमजी गोली की 50 डिब्बियां बरामद हुई, जिसमें एक डिब्बी में 60 गोलिया होती हैं।
दवाई के बारे में वैध बिल दिखाने को कहा तो कोई बिल नहीं दिखा सका। ड्रग्स विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिप्ला कम्पनी की यह दवा आर्थोराईटस बीमारी में काम आती है। दवाई नकली होने के संदेह पर कम्पनी के डायरेक्टर कार्पोरेट अफेयर को मौके पर बुलाया गया। फार्मेसी से बरामद दवाई को चैक करने पर नकली पाई गई।
पूछताछ में फार्मेसी मालिक यूसुफ ने बताया कि यह दवाई उसे नसीम वासी नूंह सप्लाई करता है, जो मकान नंबर 1352 सेक्टर-39 गुरूग्राम में किराए के मकान में रहता है। इस पर नसीम के घर पर रेड की गई तो उसके घर से भी दवाई की 964 डिब्बियां बरामद हुई। इन दवाईयों की कीमत करीब 10 से 12 लाख रुपए बताई गई।
सप्लाई में सहायक आरोपी जुबेर निवासी नूंह जो गुरुग्राम के सेक्टर 39 को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी जुबेर ने बताया कि वह दवाई सप्लाई करने का काम में आरोपियों की मदद कर रहा था। डिमांड के हिसाब से दवाई आगे बेची जाती है। इन दवाईयों को सप्लायर 500 रुपए प्रति डिब्बी के हिसाब से देते हैं। जिसे 690 रुपए में फार्मेसी वाले को देते हैं और फार्मेसी संचालक इस दवाई को 900 रुपए में मरीजो को बेचता है। जबकि इस दवाई की कीमत 1200 रुपए है।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि फार्मेसी संचालक यूसूफ 12वी पास है और वष 2018 से सैक्टर 39 गुरूग्राम में मोहम्मदिया फार्मेसी के नाम से मेडिकल स्टोर चला रहा है। इसी तरह दवाई सप्लायर मोहम्मद नसीम भी 12वी पास है। जबकि जुबेर 5वी तक पढ़ा है, जो जून 2024 से दवाई सप्लाई में आरोपियों की मदद करता है।
सीएम फ्लाइंग समेत तीनों टीमों ने तीनों आरोपियों से तीन मोबाईल फोन व यूसूफ फार्मेसी संचालक से 2 लाख 67 हजार रुपए नकद बरामद किए हैं। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करके मेडिकल एक्ट की धारा 18(सी), 18ए, 18बी व 17बी ड्रग्स व कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के तहत केस दर्ज किया गया है। तीनो आरोपियों को अदालत में पेश करके यूसुफ, नसीम को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। जबकि आरोपी जुबेर को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।